Considerations To Know About piles treatment medicine
Wiki Article
अर्जुन की छाल का काढ़ा बवासीर में खून आने को रोकने के लिए प्रभावी है।
विच हेज़ल एक नैचुरल ऐस्ट्रिंजेंट है, जो खुजली और सूजन कम करता है.
ऊपर दिए गए लक्षणों को आप बाहरी बवासीर में अनुभव करेंगे।
एलोवेरा जेल अथवा डॉक्टर से सुझाई गई दवा का उपयोग करें।
बवासीर क्या है? - जानें लक्षण, कारण, प्रकार, इलाज और रोकथाम
गुदा मैथुन (एनल सेक्स): एनल सेक्स एक नए प्रकार के बवासीर को पैदा कर सकता है। इससे पुराना बवासीर अधिक मात्रा में फैल सकता है।
आहार और जीवन शैली में संशोधन : बवासीर के रोगियों को प्रथम-पंक्ति उपचार के रूप में पर्याप्त तरल पदार्थ के साथ फाइबर सेवन में वृद्धि के साथ आहार संशोधन का पालन करने की सिफारिश की जानी चाहिए।
अधिक तला एवं मिर्च-मसाले युक्त भोजन करना।
पुरानी कब्ज: पुरानी कब्ज के मरीजों को मल त्यागने में अधिक जोर लगाना पड़ता है। इससे नसों में दबाव पड़ने के कारण बवासीर हो सकता read more है।
बवासीर का सटीक कारण अनिश्चित है। वे गुदा क्षेत्र के आसपास रक्त वाहिकाओं और ऊतकों में बढ़ते दबाव से जुड़े होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप सूजन होती है। बवासीर के कुछ संभावित कारणों में शामिल हो सकते हैं:
नागकेसर: रक्तस्राव को रोकने में सहायक।
आयुर्वेद, भारत से उत्पन्न चिकित्सा की एक प्राचीन प्रणाली, बवासीर के लिए कई प्रकार के प्राकृतिक उपचार प्रदान करती है। बवासीर के कुछ सामान्य आयुर्वेदिक उपचारों में शामिल हैं:
दस्त: बार-बार और लगातार दस्त की शिकायत होने पर बवासीर हो सकता है।
तीन अंजीर एक गिलास पानी में भिगों दें। सुबह खाली पेट इसका सेवन कर, इस पानी को भी पिएं।